प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार, एक नवंबर को मोरबी जाएंगे। उल्लेखनीय है कि रविवार की शाम मोरबी जिले में मच्छू नदी पर बना केबल ब्रिज (Morbi Cable Bridge) टूट गया था। इस दुर्घटना में 140 लोगों की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि यह पुल करीब 140 साल पुराना था।
सोमवार को प्रधानमंत्री (Pm Narendra Modi) गुजरात के केवड़िया जिले में राष्ट्रीय एकता दिवस परेड में शामिल हुए। इससे पहले गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल और गृहमंत्री मोरबी जा चुके हैं। वहां राहत एवं बचाव कार्य जारी है। राजकोट रेंज के पुलिस महानिरीक्षक अशोक यादव ने बताया कि पुल रविवार शाम लगभग 6.30 बजे टूटा था। उस समय पुल पर 400 से अधिक लोग मौजूद थे।
गुजरात के मोरबी में रविवार शाम ब्रिटिशकालीन सस्पेंशन ब्रिज पर लगभग 400 लोग पहुंचे हुए थे. अचानक ब्रिज टूटता है और लोग नदी में गिरने लगते हैं. हादसे में कम से कम 140 लोगों की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार यह ब्रिज लोगों के भारी दबाब के कारण टूटा है. इस बात की जानकारी फॉरेंसिक सूत्रों ने दी है.
सूत्रों ने कहा कि फोरेंसिक अधिकारियों ने संरचना के नमूने एकत्र करने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया है. सूत्रों ने कहा कि उन्होंने पाया कि लोगों की भारी भीड़ ने केबल ब्रिज की संरचना को कमजोर कर दिया. सोशल मीडिया पर वीडियो में दर्जनों लोगों को पुल पर कूदते और दौड़ते हुए दिखाया गया है, जो मनोरंजन के लिए संरचना को प्रभावित करने का एक जानबूझकर प्रयास प्रतीत होता है.
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि अंग्रेज़ों के समय का यह ‘‘हैंगिंग ब्रिज” जिस समय टूटा, उस समय उस पर कई महिलाएं और बच्चे मौजूद थे. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि कुछ लोगों को पुल पर कूदते और उसके बड़े तारों को खींचते हुए देखा गया. उन्होंने कहा कि हो सकता है कि पुल उस पर ‘‘लोगों की भारी भीड़” के कारण टूट कर गिर गया हो.
पीएम मोदी ने दिया आश्वासन
गुजरात के बनासकांठा में पीएम ने गुजराती में कहा, मोरबी में भयंकर पीड़ादायक हादसा हुआ। उन्होंने आश्वासन दिया कि त्रासदी के पीड़ितों की मदद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।