सांसद रमेश बिधूड़ी लोकसभा में अपनी आपत्तिजनक बयानबाजी को लेकर चर्चा में हैं. दरअसल, 21 सितंबर को नई संसद में विशेष सत्र का चौथा दिन था. लोकसभा में चंद्रयान की सफलता पर चर्चा हो रही थी .दक्षिण दिल्ली के सांसद रमेश बिधूड़ी चंद्रयान की सफलता पर बोलना शुरु करते हैं. 107 सेकेंड तक तो रमेश बिधूड़ी चंद्रयान की सफलता पर बोले, फिर रमेश बिधूड़ी मर्यादा की कक्षा से भटक गए. लोकतंत्र के मंदिर में वह आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल करने लगे.
रमेश बिधूड़ी ने एक मिनट तक लगातार 11 गालियां दीं हैं. हालांकि इस घटना के बाद विपक्ष बीजेपी और बिधूड़ी पर जमकर बरस रहा है.
देश की लोकसभा में जनता के चुने प्रतिनिधि बोलते हैं, वहां सांसद को जनता ने साढ़े तीन लाख से ज्यादा मतों से जिताकर संसद भेजा, वो न तो सदन की मर्यादा ना इस दौरान उन्होंने सदन में बैठी महिलाओं की मर्यादा भी नहीं रखी. बिधूड़ी ने इन अपशब्दों का इस्तेमाल बसपा सांसद दानिश अली के खिलाफ किया. विपक्ष की तरफ से हंगामा हुआ तो रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह खड़े हुए. उन्होंने कहा कि यदि सांसद की टिप्पणी से विपक्ष आहत हुआ है तोखेद व्यक्त करता हूं. रमेश बिधूड़ी ने कहा कि मुझे कुछ नहीं बोलना, जो हुआ संसद के भीतर हुआ, संसद के बाहर चर्चा नहीं करूंगा.
बहुजन समाज पार्टी (BSP) सांसद दानिश अली के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल करने के लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर बिधूड़ी को नोटिस भेजा गया। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
शुक्रवार को बीजेपी ने मामले में बिधूड़ी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा के निर्देश पर ऐसा किया गया। इस बीच बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने भी मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा- दिल्ली से भाजपा सांसद की ओर से बीएसपी सांसद दानिश अली के खिलाफ सदन में आपत्तिजनक टिप्पणी को हालांकि स्पीकर ने रिकार्ड से हटाकर उन्हें चेतावनी भी दी है। साथ ही वरिष्ठ मंत्री ने सदन में माफी मांगी। किंतु पार्टी की ओर से उनके विरुद्ध अभी तक समुचित कार्रवाई नहीं करना दुखद/दुर्भाग्यपूर्ण है।