नई गाइडलाइंस के लागू करे खातिर , दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पे टेस्टिंग कैपिसिटी के 1,000 से बढ़ाकर 1,400 कर दिहल गइल बा । दिल्ली एयरपोर्ट पर रोजाना करीब 1,200 पैसेंजर्स के आवे के संभावना बा । उनके नया गाइडलाइन के मुताबिक टेस्ट करवावे के होई । टेस्टिंग में सीट्स के सोशल डिस्टेंसिंग के हिसाब से रखल गइल बा ।
गाइडलाइन्स के मुख्य बातें..
1. पॉजिटिव सैंपल के होई जीनोम सीक्वेंसिंग
पॉजिटिव पाए जाने वाले यात्रियन के आइसोलेट करल जाई, सैंपल के जीनोम सीक्वेंसिंग होइ । निगेटिव मिलल यात्री घर जा सकेंलें , पर 7 दिन तक आइसोलेट रहे के होई । अइसन यात्रियन के 8वें दिन फिर टेस्ट होई और अगले 7 दिन उनके सेल्फ मॉनिटरिंग करे के होई। बाहर जाये वाला यात्रियन के 72 घंटे पहले करल ग इल टेस्ट की RT-PCR रिपोर्ट देवल जरूरी होई। ओमिक्रॉन के खतरा के श्रेणी से जिन देशन के बाहर रखल गइल बा , उहा से आवे वाले यात्रियों में 5 फीसदी की टेस्टिंग जरूर करल जाई ।
2. वैरिएंट ऑफ कंसर्न बा ओमिक्रॉन, ओही लिहाज से रखल जा सतर्कता
केंद्र सरकार कहले बिया कि ओमिक्रॉन वैरिएंट ऑफ कंसर्न बा । एकर तत्काल पकड़ में आवल जरूरी बा । एकरा खातिर ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग करल जाए और हॉटस्पॉट्स पर निगरानी बढ़ाइल जाए ।
3. राज्य अपने स्तर पर यत्रियन के डेटा जुटाए
केंद्र सरकार कहले बिया कि इंटरनेशनल फ्लाइट्स के जरिए आवे वाले यात्रियन के पिछली हवाई यात्राओं के बारे में जानकारी हर राज्य में जुटाए । एकर रिव्यू राज्य सरकार अपने स्तर पर ही करे के चाहीं ताकि एट-रिस्क देशन से आवे वाले यात्रियन के लिए तत्काल उपाय शुरू करल जा सके ।