बिक्रमजीत सिंह , भोजपुरी लाइव, नई दिल्ली
जर्मनी में पायलटों की हड़ताल की वजह से लुफ्थांसा एयरलाइंस ने करीब 800 फ्लाइट्स को कैंसिल कर दिया है। इसका असर दिल्ली में भी देखने को मिला। शुक्रवार को दिल्ली एयरपोर्ट का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें सैंकड़ों लोग विरोध प्रदर्शन करते दिख रहे हैं।
फ्लाइट्स कैंसिल होने के बाद दिन यात्रियों को परेशानी हुई, उन्होंने किराया वापस करने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि वेतन बढ़ोतरी की मांग को लेकर जर्मनी में पायलटों ने एक दिन की हड़ताल कर दी जिसके बाद जर्मन एयरलाइंस लुफ्थांसा ने 800 फ्लाइट्स रद्द कर दीं।
उधर, दिल्ली एयरपोर्ट पर हंगामा कर रहे यात्रियों को दिल्ली पुलिस और सीआईएसएफ के जवानों ने शांत किया और उन्हें आश्वासन दिया कि एयरलाइन कंपनी की ओर से वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, फ्रैंकफर्ट और म्यूनिख जाने वाले यात्रियों ने गेट नंबर 6 और 7 पर चेक इन एरिया के बाहर विरोध प्रदर्शन किया।
आईजीआई एयरपोर्ट डीसीपी तनु शर्मा ने बताया कि दोपहर 12 बजे के आसपास हमें सूचना मिली कि टर्मिनल 3 के प्रस्थान गेट नंबर 1 पर लगभग 150 लोग जमा हो गए हैं। सूचना मिलने के बाद जब हम वहां पहुंचे तो हमें पता चला कि लुफ्थांसा एयरलाइंस के पायलटों के हड़ताल पर जाने के बाद अचानक 2 उड़ानें रद्द हो गई हैं।
तनु शर्मा ने बताया कि ऐसे समय में यात्री टर्मिनल के अंदर थे लेकिन उनके रिश्तेदार बाहर थे। जब उन्हें पता चला तो वे परेशान हो गए। हमने एयरलाइंस और यात्रियों के बीच संचार सुनिश्चित किया। हमने यह भी सुनिश्चित किया कि अन्य अंतरराष्ट्रीय उड़ानें प्रभावित न हों। हमने स्थिति को नियंत्रित कर लिया है।
वहीं, जर्मनी के लुफ्थांसा एयरलाइंस ने कहा कि पायलटों के एक दिवसीय हड़ताल की घोषणा के बाद उसे शुक्रवार को 800 उड़ानें रद्द करनी पड़ी, जिससे 1 लाख 30 हजार 000 यात्रियों के प्रभावित होने की संभावना है।
वेरिनिगंग कॉकपिट (वीसी) यूनियन ने बुधवार देर रात कहा कि वेतन वार्ता विफल हो गई है और लुफ्थांसा के पायलट गुरुवार की मध्यरात्रि के बाद 24 घंटे की हड़ताल करेंगे, जिससे यात्री और कार्गो दोनों सेवाएं प्रभावित होंगी। पायलट यूनियन ने पायलटों के लिए इस साल 5.5 प्रतिशत वेतन वृद्धि की मांग की है।