मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दूसरे कार्यकाल में सभी मंत्रि कामकाज शुरू कर दिहले बा । कमोबेश हर केहू पूजा पाठ कर श्रीगणेश कईले । मंत्रिमंडल में उत्साह बा और कई ऊर्जावान चेहरे बा। एकरी बावजूद नए मंत्रि के अपन कामकाज के प्रदर्शन के कसौटी पर खरा उतरल बड़ चुनौती रही। उहो तब जब खुद मुख्यमंत्री सभन के टारगेट दिहले बाड़े और उनके’ खुद ही प्रजेंटेशन करे के निर्देश बा।
मंत्री अधिकारियों संग बैठक कर विभाग के पेचीदगियां मालूम करे में जुटल बा। साथ ही भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र भी दीहल गईल बा। उन्हें अपने प्रस्तुतिकरण में संकल्प पत्र के योजनाओं के बारे में फैक्ट और कार्य पूरा करे के रोडमैप देवे के बा । कुछ मंत्रियों के त सांस ऊपर नीचे हो रहल बा। अधिकांश त मोबाइल चलावेले बाड़े लेकिन उन्हें कंप्यूटर-लैपटाप चलाना, डाउनलोड, शेयर, टैगिंग आदि के बारीक जानकारियां नइखे । उस पर मुख्यमंत्री ने उनके आईआईएम में प्रशिक्षण दिलावे के भी बात कहले बाड़े।
ऐसे में मंत्री अभी से निजी विशेषज्ञों से मंत्रणा में जुट गईल बा कि कैसे प्रस्तुतिकरण बनावल जाओ । कुछ अपने जनसंपर्क में लगल टीम और निजी सचिव से जानकारी ले रहल बा तो कुछ कंप्यूटर एक्सपर्ट बुला रहल बा। एक बड़े अधिकारी कहले की ‘मंत्रियों के अपन टारगेट खुद ही तय करे के बा और उनके पूरा भी करे के बा। ऐसे में काम पर खरा उतरल उनका खातिर बहुत ही चुनौती पूर्ण रही।