तरुणा कस्बा, भोजपुरी लाइव (नई दिल्ली)
एलन मस्क के ट्विटर डील कैंसिल करने के बाद इस मामले में अब बड़ा अपडेट आया है. दरअसल, डील से पीछे हटने के बाद सोशल मीडिया कंपनी ने एलन मस्क के खिलाफ डेवलावेयर कोर्ट में केस दर्ज कराया था. कोर्ट ने कहा कि इस मामले में दोनों पक्ष अक्टूबर में ट्रॉयल पर जाएं|
44 अरब डॉलर की ट्विटर डील को लेकर दर्ज कराए गए केस में कोर्ट की ओर से यह पहला फैसला आया है. न्यायाधीश ने कहा कि ट्विटर और एलन मस्क अधिग्रहण सौदे को लेकर अक्टूबर 2022 में ट्रॉयल पर जाएंगे. इस मामले में लगभग दो घंटे की लंबी सुनवाई के बाद डेलावेयर कोर्ट ऑफ चांसरी में न्यायाधीश, कैथलीन सेंट जे मैककॉर्मिक ने कहा कि विलय लेन-देन जितना अधिक समय तक अधर में रहेगा, अनिश्चितता बढ़ती जाएगी|
बिजनेस टुडे पर न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि ट्विटर ने कोर्ट से इस मामले में तेजी लाने की मांग की और सितंबर में मुकदमे की सुनवाई का अनुरोध किया है. जबकि एलोन मस्क ट्रायल के लिए फरवरी तक का समय चाहते हैं. ट्विटर ने कहा कि परीक्षण में जितना ज्यादा समय लगेगा, मस्क को कंपनी को इस मामले से बाहर निकलने का रास्ता खोजने के लिए उतना ही अधिक समय मिलेगा.
डेलावेयर कोर्ट का पहला फैसला एक मायने में ट्विटर के लिए जीत है|क्योंकि ट्विटर इस मुकदमे को जल्द से जल्द सुलझाना चाहता है. ट्विटर के वकील बिल साविट ने कहा कि इस मामले में ट्विटर को दिन के हर घंटे नुकसान हो रहा है. वहीं मस्क के वकीलों ने कहा कि उन्हें इस जांच के लिए समय चाहिए कि ट्विटर प्लेटफॉर्म पर 5 फीसदी स्पाम बॉटकी संख्या सही है या नहीं.
दुनिया के सबसे अमीर आदमी और टेस्ला के सीईओ ने अप्रैल में ट्विटर को खरीदने की डील की थी और जुलाई तक आते-आते उन्होंने कह दिया कि वह इस सौदे पर आगे नहीं बढ़ सकते| बता दें कि मस्क सौदा खत्म करते हैं, तो उन्हें 1 अरब डॉलर का भारी-भरकम जुर्माना देना होगा| डेलावेयर चांसरी कोर्ट में विलय और अधिग्रहण कानूनों के जानकार प्रोफेसर रॉबर्ट मिलर की मानें तो यह जुर्माना बहुत अधिक हैं और अगर मस्क इसे नहीं भरते हैं तो उन्हें जेल भेजा जाना एक अंतिम उपाय होगा|