तरुणा कस्बा, भोजपुरी लाइव (नई दिल्ली)
एक्टर आर माधवन के लिए दोगुनी खुशी का मौका है। एक तरफ बेटे वेदांत ने हाल ही में तैराकी में 1500 मीटर राष्ट्रीय जूनियर रिकॉर्ड तोड़कर ना केवल उनका बल्कि भारत का सर गर्व से ऊंचा किया है। तो वहीं दूसरी ओर उनके 2 सालों से अधिक से ज्यादा की मेहनत यानी उनकी फिल्म ‘रॉकेट्री: द नांबी इफेक्ट’को दर्शकों से लेकर क्रिटिक्स तक हर किसी से खूब सराहना मिल रही है।
बात करें, माधवन के बेटे वेदांत की तो, उनकी उपलब्धि के लिए एक पिता के रूप में उन्हें वेदांत पर काफी गर्व है। लेकिन इसी के साथ उन्हें ये भी महसूस हो रहा है कि वेदांत को जरूरत से ज्यादा लाइमलाइट मिल रही है जिसके वो फिल्हाल हकदार नहीं हैं।
वहीं हाल ही में माधवन ने अपने बेटे वेदांत और पत्नी सरिता बिरजे के साथ ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की। सीएम आवास पर वेदांत को फेलिसिटेट किया गया, जिसकी तस्वीर माधवन ने अपने इंस्टाग्राम हैंडल से शेयर की।
एक निजी टेब्लॉयड से बात करते हुए, एक्टर ने कहा कि वो वेदांत की उपलब्धियों से बहुत खुश हैं, हालांकि, इसके लिए उन्हें बहुत अधिक ध्यान मिल रहा है। माधवन ने कहा कि उनके बेटे ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कुछ ही प्रतियोगिताएं जीती हैं। अभिनेता ने आगे कहा कि हमारे देश में समान आयु वर्ग में उनसे बेहतर छात्र हैं। उन्होंने यह कहकर निष्कर्ष निकाला कि उन सभी को भी सेलीब्रेट करना चाहिए और उनका मनोबल बढ़ाना चाहिए।
‘रहना है तेरे दिल में’ स्टार माधवन ने कहा कि वो और वेदांत दोनों जानते हैं कि उन्हें अटेंशन इसलिए मिल रहा है क्योंकि वो एक एक्टर के बेटे हैं। माधवन ने तब कहा कि उनका बेटा अब कम लेटता है, कड़ी मेहनत कर रहा है और अपने डायट का पूरी तरह ध्यान दे रहा है और एक माता-पिता के रूप में, वो उसका समर्थन करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।
गौरतलब हो कि, माधवन अपने बेटे को तैयार करने और प्रशिक्षित करने के लिए भारत से दुबई चले गए। वर्कफ्रंट की बात करें तो, माधवन को दर्शकों और क्रिटिक्स की ओर से हालिया रिलीज़ फिल्म ‘रॉकेटरी: द नांबी इफेक्ट’ के लिए काफी सराहना और प्यार मिल रहा है।