जातीय जनगणना (Caste Census) के मसले पर एकजुटता दिखाने के उद्देश्य से सोमवार को पूर्वाह्न 11 बजे बिहार के पक्ष-विपक्ष के विभिन्न दलों का 11 सदस्यीय सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) से मिला। खास बात यह है कि इस मुद्दे पर अलग राय रखने वाली भारतीय जनता पार्टी (BJP) भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल है। प्रतिनिधिमंडल में बीजेपी कोटे से मंत्री जनक राम भी शामिल रहे। राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की ओर से नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) भी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ थे।
प्रधानमंत्री ने बातों को सुना, अब उनके फैसले का इंतजार
प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार के सभी दलों के प्रतिनिधियों ने अपनी बातें रखीं। हमने उन्हें बताया कि किस तरह बिहार विधानसभा ने जातीय जनगणना को लेकर दो बार फरवरी 2018 तथा पुन: फरवरी 2020 में प्रस्ताव पारित किया है। बिहार के साथ पूरे देश के लोग इस मुद्दे पर एक राय रखते हैं। नीतीश कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री ने सभी की बातों को सुना। प्रतिनिधिमंडल ने उनसे विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने इसे खारिज नहीं किया है।