Saturday, May 18, 2024
Homeस्पोर्ट्सइकलौता भारतीय बल्लेबाज जे अपना डेब्यू और आखिरी टेस्ट में शतक लगावे...

इकलौता भारतीय बल्लेबाज जे अपना डेब्यू और आखिरी टेस्ट में शतक लगावे के कमाल कईले रहलन

नई दिल्ली:- मोहम्मद अजहरुद्दीन  आज अपन 58वां बर्थडे मना रहल बाड़न। भारत के खातिर टेस्ट और वनडे में कप्तानी करे वाला अजहर अपन करियर में कई ऐसे रिकॉर्ड्स बनवले बाड़न जेके जानकर रउवा हैरान रह जईब। अजहरुद्दीन के जन्म 8 फरवरी 1960 को हैदराबाद में भईल। अजहर प मैच फीक्सिंग के भी आरोप लागल और बैन भी कईल गईल रहलन, लेकिन ए सबसे लड़ के उ भारतीय सांसद तक पहुचलन। आज उनकर जन्मदिन के मौका प जानल जाई अजहर के द्वारा बनावल गईल एक एइसन रिकॉर्ड के बारे में जेके तोड़ पावल नामुमकिन बा।

क्रिकेट के दुनिया में कुछ रिकॉर्ड ऐसे बनेला जेमे किस्मत के भी हाथ होला। डेब्यू मैच में शतक लगावे के हो या फिर डेब्यू मैच में ही गेंदबाज के द्वारा हैट्रिक विकेट चटकावे के हो। क्रिकेट के इ रिकॉर्ड एइसन बा जेमे टैलेंट के साथ-साथ किस्मत के भी साथ होखल बेहद जरूरी बा। कौनो भी बल्लेबाज के खातिर टेस्ट में डेब्यू करल बड़ी बात होला और यदि डेब्यू टेस्ट में ही शतक जमा दे त का बात। ऐके अलावा यदि इहे बल्लेबाज डेब्यू और आखिरी टेस्ट में शतक जमा दे त ओकर करियर अनोखा बन जाला। ऐसा ही एक भारतीय क्रिकेटर रहल बाड़न। अजहर भारत के इकलौते ऐसे क्रिकेटर हवन जे अपना डेब्यू टेस्ट में शतक जमाया और अपने आखिरी टेस्ट मैच में भी शतक जमावे में सफल रहलन। मोहम्मद अजहरुद्दीन के द्वारा बनावल गईल इ रिकॉर्ड आज भी बरकरार बा।

मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपन टेस्ट डेब्यू 1984-85 में इंग्लैंड के खिलाफ कोलकाता टेस्ट में कईले रहलन। अपन पहले ही टेस्ट में अजहर ने कमाल के पारी खेलत में शानदार 110 रन बनवेले रहलन। अपन पारी में अजहर ने 322 गेंद का सामना कईले रहलन और 13 चौके लगवन। अजहर भारत के पहली पारी में रवि शास्त्री के साथ पांचवें विकेट के खातिर 214 रनों की साझेदारी कईले रहलन। अजहर अपना करियर में 99 टेस्ट मैच खेलले बाड़न। एह दौरान उ 6215 रन बनवलन और 22 शतक बनावे के कमाल कईलन। अपना आखिरी मैच अजहर बेंगलुरू में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेललन। साल 2000 में बेंगलुरू टेस्ट मैच में भारत के दूसरा पारी में 102 रन बनवलन। हालांकि एह टेस्ट मैच के बाद उनकर नाम मैच फिक्सिंग में आ गईल जेके कारण उनका के भारतीय टीम से बाहर कर दिहल गईल। मैच फिक्सिंग में नाम आवे के बाद फिर उ कभी भारत के खातिर ना खेल पावलन। उनकर 100 टेस्ट मैच खेले के सपना अधूरा ही रह गइल।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

Recent Comments