पिछले हफ्ते शुक्रवार के सुप्रीम कोर्ट पंजाब के रोपड़ जेल में बंद बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी के दो हफ्ते के अंदर उत्तर प्रदेश के जेल में शिफ्ट करे क आदेश देले रहे। जेकरे बाद से उनके एनकाउंटर के आशंका उनके परिवार के लोग जाता रहल बाने।
दादा इंडियन नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष थे
बता देहीं कि बाहुबाली मुख्तार अंसारी के दादा डॉ. मुख्तार अहमद अंसारी स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन के दौरान 1926-27 में इंडियन नेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष रहलें। उ गांधी जी के बेहद करीबी मानल जात रहलें।
नौशेरा की लड़ाई में शहीद भायल रहले मुख्तार के नाना
मुख्तार अंसारी के नाना ब्रिगेडियर उस्मान महावीर चक्र विजेता बाने। उ 1948 के जंग में भारतीय सेना के ओर से नौशेरा के लड़ाई लड़ल रहलें अउर भारत के जीत दिलाउले रहें। उ इ जंग में शहीद हो गयल रहलें। भारत के कई सैन्य इतिहासकारों के राय बा कि अगर ब्रिगेडियर उस्मान के समय से पहिले मौत ना भायल होत त उ शायद भारत के पहला मुस्लिम थल सेनाध्यक्ष होते। उ शायद अकेले भारतीय सैनिक रहले, जेकरे सिर पर पाकिस्तान 50,000 रुपये के इनाम रखले रहे, जवन उ ज़माने में बहुत बड़ी रक़म होत रहे।
साफ सुथरी छवि खातिर जानल जात रहले पिता
मुख्तार के पिता सुब्हानउल्लाह अंसारी एही खानदानी विरासत के आगे बढ़ाइले। उ कम्युनिस्ट नेता के साथ साफ सुथरी छवि के खातिर जानल जात रहलें। एही वजह से सुब्हानउल्लाह अंसारी के 1971 के नगर पालिका चुनाव में निर्विरोध चुनल गयल। इतना ही नाहीं भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी भी मुख्तार के रिश्ता में चाचा लगेले।
बता देहीं कि हत्या, अपहरण अउर एक्सटॉर्शन जईसन दर्जनन संगीन वारदात के आरोप में मुख्तार अंसारी पर 40 से ज्यादा मुकदमा दर्ज बा। 2005 में मऊ में हिंसा भड़कावे के आरोप मुख्तार अंसारी पर लगल रहे। उहें, बीजेपी नेता कृष्णानंद राय के 7 साथियन समेत हत्या के आरोप भी मुख्तार अंसारी पर लगल रहे।