Saturday, April 27, 2024
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पितृपक्ष में भूलकर भी ना करें इ गलती, हो जइहें पितर नाराज

हिंदू धर्म में 16 दिनों के अवधि के पितृपक्ष कहल जाला जेमे लोग आपन पितरन के याद करे ने और उनकर खातिर पिण्डदान करेलें. पितृपक्ष हर साल भाद्रपद के महीने में आवेला जेमे पूर्वजन के श्रद्धांजलि दिहल जाला. इ पूर्वजन के बताये के एगो तरीका बा कि उ लोग अबहियों परिवार के एगो जरूरी हिस्सा बाने. वेद और पुरानन के अनुसार, पितृपक्ष में पूर्वजन के आशीर्वाद लिहल जाला और गलतियन खातिर क्षमा मांगल जाला .

पितृपक्ष के दौरान इ छोट गलती पूर्वजन के नाराज कर सकेला जउन की पितृ दोष के कारण बन सकेला. एही से इ दौरान अइसन कामन से बचे के चाहीं .

प्याज-लहसुन ना खाए के चाहीं – हिंदू शास्त्रन में प्याज और लहसुन के ‘तामसिक’ मानल जला इ हम लोगन के इंद्रियन के प्रभावित करेला . पितृपक्ष की समय खाने में प्याज-लहसुन के इस्तेमाल ना करे केच चाहीं .

कउनो जश्न ना मनाएं– पितृपक्ष के समय कउनो जश्न या उत्सव ना मनावे के चाहीं और ना ही ओकर हिस्सा बने के चाहीं . अनुष्ठान करे वाले आदमी के आपन मन के शांत रखे के चाहीं चाहिए. एही समय कउनो जश्न मनावे से आपके पूर्वजन के प्रति आपके श्रद्धा प्रभावित होला .

कउनो नया शुरुआत ना करें– पितृपक्ष के समय के अशुभ मानल जाला, एही से इ दौरान कुछ भी नया शुरू ना करे के सलाह दिहल जाला. इ समय परिवार के सदस्यन खातिर कुछ भी नया नाहीं खरीदे के चाहीं .

मांस मदिरा के सेवन ना चाहीं – पितृपक्ष का पूरा समय पूर्वजन के समर्पित बा, एही से ए समय शराब या मांसाहारी भोजन के सेवन ना करे के चाहीं . इ नियम का पालन ना करे से पूर्वज क्रोधित हो सके लें . आपके आपन जीवन में अचानक कई कठिनाइयन के सामना करे के पड़े सकेला .

इ काम ना करे के चाहीं – इ सोलह दिन में परिवार के सदस्यन के नाखून काटे, बाल कटवावे और दाढ़ी बनवावे से बचे के चाहीं. एकरा अलावा ए समय शारीरिक संबंध बनावे से बचे के चाहीं. मन और विचारन के अशुद्धता पूर्वजन के नाराज कर सकेला .

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