ललितपुर के पाली में गैंगरेप पीड़िता से थाने में रेप के घटना पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव सरकार के घेरले। पीड़िता के मां से मुलाकात के बाद उ कहले कि थाना अराजकता के सेंटर बन गईल बा। भाजपा सरकार बने के बाद महिलाओं पर अत्याचार बढ़ रहल बा। उनकर पार्टी पाली के बेटी के न्याय दिलावे के खातिर हर तरह के मदद के तैयार बा। उ योगी सरकार से सवाल किईले कि क्या थाने पर भी बुलडोजर चली?
अखिलेश यादव सबसे पहले जिला चिकित्सालय गईले जहां उ किशोरी के मां से मुलाकात करके घटनाक्रम के जानकारी लीहले। उनकर हर तरह के मदद के भरोसा दिलवले। एकरी बाद पत्रकारन से बातचीत में चंदौली व ललितपुर के घटना के खातिर भारतीय जनता पार्टी के सरकार के दोषी ठहरवले। उ कहले कि थानों में गरीबों के सुनवायी नइखे होत। शिकायत के बावजूद जिम्मेदारन के खिलाफ सख्त कार्रवाई नइखे होत। विभागीय लापरवाहों के बर्खास्त करे के बजाए लाइन हाजिर कईल जा रहल बा। पुलिस के पता रहल कि आरोपित इंस्पेक्टर कहां बा। ऐह खातिर ओके गिरफ्तार कर लिहल गईल। घटना के अंजाम देवे के बाद पुलिस कहानी बदल रहल बा।
सपा अध्यक्ष सवाल उठावले कि अब पुलिस स्टेशन पर बुलडोजर चली कि ना। सरकार जानबूझकर महंगाई पर बात नइखे कईल चाहत। स्टील, सीमेंट सब महंगा हो गईल। गरीब मकान नइखे बना पावत। बेरोजगारी से ध्यान भटकावे के खातिर लाउडस्पीकर हटावल जा रहल बा। भाजपा के भारत के सेकुलर तानाबाना नइखे मालूम। जौन वजह से माहौल बिगड़त जा रहल बा। विधानसभा चुनाव में हार के कारण के सवाल के उ टाल गईले। बलिया व कानपुर के उदाहरण देकर पत्रकारों के साथ सरकार के रवैये पर भी सवाल उठवले।