न्यूज़ डेस्क : ग़ाज़ियाबाद
कृषि कानूनों के खिलाफ दू महीना से चलत किसान प्रदर्शन पे गणतंत्र दिवस के मौका पर दिल्ली में किसान ट्रैक्टर रैली निकालत बाने, जेकर सुरक्षा खातिर सरकार चिंतिंत बिया, लेकिन रैली के बदनाम करे के साजिश के लेकर मिलल खुफिया जानकारी से खुफिया एजेंसियन के नींद उड़ल बा . पुलिस सूत्रन से जानकारी मिलल बा कि किसानन के रैली के बदनाम करे के खातिर ISI और खालिस्तानी संगठन बड़ी साजिश रचत बाने .
खुफिया जानकारी मिलल बा कि इ रैली में भिंडरवाला के पोस्टर लगावे की साजिश हो रहल बा . उहें, पूरी दिल्ली में पावर कट करे के इनपुट भी बा , जेकरा बाद सभी पावर स्टेशनों और सब स्टेशनों के सुरक्षा बढ़ावे के आदेश दिहल गइल बा .
ऐसी जानकारियां आवे के बाद दिल्ली पुलिस समेत सभी खुफिया एजेंसियां हाई अलर्ट पर बानी . किसान संगठन के भी अलर्ट रहे के लिए कहल गइल बा .
एही बीच पुलिस के दावा बा कि रैली में गड़बड़ी फैलावे के खातिर पाकिस्तान साजिश करत बा । एकरा खातिर पाकिस्तान में 13 से 18 जनवरी के बीच 308 ट्विटर हैंडल बनल बा। दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर इंटेलिजेंस दीपेंद्र पाठक रविवार के किसानन के साथ रैली के रूट मैप तय कइने । उ कहने रैली के शांतिपूर्ण संचालन बड़ी चुनौती है। इसके लिए दिल्ली के साथ यूपी और हरियाणा पुलिस पुख्ता सुरक्षा इंतजाम करेगी, किसान संगठनों के भी सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपल गइल बा ।
टीकरी व सिंघु सीमा से 62 किलोमीटर के रूट से किसान दिल्ली में 10 किलोमीटर दाखिल होंइहें। एकरा बाद संजय गांधी ट्रांसपोर्ट नगर, बवाना, कंझावला, कुतुबगढ़ होते हुए औचंदी सीमा पहुंचिहें , फिर हरियाणा में दाखिल होंइहें और वापस सिंघु सीमा जइहें ।
तीन मार्गन से हो के गुजरी ट्रैक्टर मार्च
टीकरी सीमा से किसान नांगलोई जइहें । वहां से बपरोला होते हुए नजफगढ़ रोड और झरोदा सीमा से रोहतक बाइपास (बहादुरगढ़) पहुंचिहें । वहां से असोदा के रास्ते ट्रैक्टर वापसी टीकरी पहुंचिहें। गाजीपुर सीमा से रैली 46 किलोमीटर की दूरी तय करिहें । पहले अप्सरा सीमा, फिर हापुड़ रोड होते हुए आईएमएस कॉलेज में लाल कुआं होते हुए वापस गाजीपुर सीमा पर पहुंचिहें। वहां चिल्ला सीमा पर बैठेल किसान ट्रैक्टर लेकर गाजीपुर जइहें और रैली में शामिल होंइहें ।
किसान नेता योगेंद्र यादव कहने कि ‘पुलिस से रैली की आधिकारिक मंजूरी मिल गई है। हम पूरी तरह शांतिपूर्ण रैली निकालेंगे। मैं सभी किसान भाइयों से अनुरोध करता हूं कि रैली के लिए बिना ट्रॉली के ट्रैक्टर ही दिल्ली के अंदर लेकर चलें।”