मार्च में पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diese) के कीमत में कटौती भाईल रहे, लेकिन आम आदमी के खास राहत ना मिलल. लेकिन अब उम्मीद जाग रहल बा कि आवे वाले समय में पेट्रोल अउर डीजल के कीमत में भारी कमी हो सकेला. दरअसल तेल निर्यातक देशन के संगठन तेल उत्पादन धीरे-धीरे बढ़ावे पर सहमत बाने.
हर दिन 20 लाख बैरल उत्पादन पढावे के तैयारी
तेल उत्पादक देशन के कहना बा कि मई से जुलाई में रोज 20 लाख बैरल उत्पादन बढ़ावल जाई. OPEC के कहना बा कि वैश्विक अर्थव्यवस्था के ध्यान में रखके ई कदम उठा गयल बा. उत्पादन में कटौती के चलते कच्चे तेल की कीमतें बढ़त रहे.
पेट्रोल-डीजल खरीद रहे लोगन के थोडा राहत मिले वाला बा, सरकार के बड़ा फैसला
कईसे बढावल जाई उत्पादन
तेल उत्पादक (OPEC) देश मई,जून में 3.5 लाख बैरल प्रतिदिन, अउर 4 लाख बैरल जुलाई में तेल के उत्पादन बढाई. सऊदी अरब के कहना बा कि उ खुद से 10 लाख बैरल रोज ज्यादा उत्पाद करी.
कम होंई पेट्रोल-डीजल के दाम
कच्चे तेल के उत्पादन बढ़ने से तेल के कीमत में नमी आई. जेकर सीधा असर देश में पेट्रोल और डीजल (Petrol-Diese) के कीमत पर देखे के मिली. भारत कच्चे तेल के मामले में काफी हद तक दूसरे देशन से इंपोर्ट पर निर्भर बा. भारत अपने जरूरत के 80 प्रतिशत से ज्यादा तेल इंपोर्ट करेला.